नई दिल्ली |
हरियाणा पुलिस और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अपराध जगत में बड़ी उपलब्धि मिली है। लंबे समय से फरार चल रहे दो मोस्ट वांटेड गैंगस्टर—वेंकटेश गर्ग और भानु राणा—को विदेशों में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, वेंकटेश को जॉर्जिया में जबकि भानु राणा को अमेरिका में दबोचा गया है। दोनों को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द ही उन्हें भारतीय एजेंसियों के हवाले किया जाएगा।
🔎 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहा था अभियान
हरियाणा पुलिस के अनुसार, दोनों अपराधियों पर इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद जॉर्जिया और अमेरिकी एजेंसियों की मदद से यह संयुक्त कार्रवाई की गई। वेंकटेश और भानु दोनों लंबे समय से विदेशों में रहकर भारत में अपने आपराधिक नेटवर्क को चला रहे थे।
जांच अधिकारियों के मुताबिक, दोनों गैंगस्टर रंगदारी, सुपारी किलिंग और हथियारों की सप्लाई जैसी गतिविधियों में शामिल थे।
🕵️♂️ वेंकटेश पर हत्या और फिरौती के कई मामले
वेंकटेश गर्ग हरियाणा के नारायणगढ़ का रहने वाला है। उसके खिलाफ हत्या, लूट और फिरौती के 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। वह गुरुग्राम में बसपा नेता की हत्या के मामले में भी आरोपी है। पुलिस से बचने के लिए उसने फर्जी पासपोर्ट बनवाकर जॉर्जिया में शरण ली थी।
सूत्रों के अनुसार, वेंकटेश वहीं से सोशल मीडिया के जरिये नए शूटरों की भर्ती करता था। हाल ही में दिल्ली में हुई फायरिंग के आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि उन्हें निर्देश वेंकटेश की ओर से मिले थे।
🌍 विदेशों से भारत तक फैला नेटवर्क
एजेंसियों की रिपोर्ट बताती है कि इस समय करीब दो दर्जन गैंगस्टर विदेशों में रहकर भारत में अपराधों का संचालन कर रहे हैं। इनमें गोल्डी बराड़, कपिल सांगवान, अनमोल बिश्नोई, हैरी बॉक्सर और हिमांशु भाऊ जैसे नाम प्रमुख हैं। ये गैंगस्टर कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड, पुर्तगाल और यूएई जैसे देशों में छिपे हुए हैं।
इन सभी के नेटवर्क सोशल मीडिया और ऑनलाइन चैनलों के जरिए भारत में सक्रिय हैं। वे पैसों का लालच देकर युवाओं को अपने गिरोह में शामिल कर रहे हैं।
🚨 प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर काम जारी
हरियाणा पुलिस और गृह मंत्रालय ने दोनों अपराधियों को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भारत सरकार ने जॉर्जिया और अमेरिका से औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध भेज दिया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह गिरफ्तारी भारतीय एजेंसियों की बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल हरियाणा बल्कि देशभर में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर नेटवर्क पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।