ऋषिकेश: जी 20 के ढांचागत विकास कार्य समूह की तीसरी बैठक सोमवार से ऋषिकेश के निकट नरेंद्रनगर में शुरू हो गई। इसके तहत केंद्रीय वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव सोलोमन अरोकियाराज ने बताया कि ढांचागत विकास कार्य समूह की तीसरी बैठक में 2023 ढांचागत विकास की विभिन्न कार्य धाराओं की दिशा की ठोस प्रगति पर चर्चा की जाएगी। बैठक में 16 देशों के प्रतिनिधि पहुंचे चुके हैं।
जी 20 के ढांचागत विकास कार्य समूह की तीसरी बैठक सोमवार से ऋषिकेश के निकट नरेंद्रनगर में शुरू हो गई। बैठक में जी-20 सदस्य देशों के अलावा आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के कुल 63 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं।
इससे पूर्व रविवार को नरेंद्रनगर स्थित कार्यक्रम स्थल होटल वेस्टिन रिसार्ट एंड स्पा हिमालयाज में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव सोलोमन अरोकियाराज ने कार्यक्रम की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि ढांचागत विकास कार्य समूह की तीसरी बैठक में 2023 ढांचागत विकास की विभिन्न कार्य धाराओं की दिशा की ठोस प्रगति पर चर्चा की जाएगी।
इस बैठक में अन्य प्राथमिकताओं के साथ-साथ ‘कल के शहरों का वित्त पोषण, समावेशी, लचीला और टिकाऊ’ पर की जाने वाली चर्चा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि ढांचागत विकास कार्य समूह की इस बैठक में दो सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
सोमवार को एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक के साथ साझेदारी में ‘टिकाऊ शहरों के रोडमैप पर उच्च स्तरीय सेमिनार’ का आयोजन किया जाएगा। तीन सत्रों में होने वाली चर्चा से जी- 20 के नीति निर्माताओं को तीव्र शहरीकरण और समावेशिता, प्रौद्योगिकी, इंफ्राटेक और डिजिटलीकरण की भूमिका की खोज के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से लेकर बुनियादी ढांचे के लचीलेपन तक की प्रमुख चुनौतियों को भी जानने का अवसर मिलेगा। प्रतिनिधि इंडोनेशिया में दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी शहरों में से एक नए शहर नुसंतारा के ढांचागत माडल को समझेंगे।
अंतरराष्ट्रीय व देश के विशेषज्ञ भी चर्चा में शामिल होकर अपने अनुभव और सुझाव साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि 27 जून को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से भारत को एमआरओ (मेंटीनेंस, रिपयेरिंग व ओवरहाल) हब बनाने पर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें एमआरओ क्षेत्र में भारत की ओर से पेश किए जाने वाले अवसरों पर चर्चा की जाएगी। पत्रकार वार्ता में वित्त मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक अमन गर्ग व निदेशक जितेंद्र राजे भी मौजूद रहे।
जी-20 ढांचागत विकास कार्य समूह, बुनियादी ढांचे के निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श करता है। इसमें बुनियादी ढांचे को एक परिसंपत्ति वर्ग के रूप में विकसित करना, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के निवेश को बढ़ावा देना और बुनियादी ढांचे के निवेश के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए नवीन उपकरणों की पहचान करना भी शामिल है। ढांचागत विकास कार्य समूह के नतीजे जी 20 फाइनेंस ट्रेक प्राथमिकताओं में शामिल होते हैं और ढांचागत विकास को बढ़ावा देते हैं।