देहरादून: कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद पार्टी में बगावती सुर उठने लगे हैं। जिसके बाद कांग्रेस हाईकमान बगावती प्रत्याशियों को मनाने में जुट गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश को यह जिम्मेदारी दी गई है। वहीं अब जबकि चुनाव की तिथि में कुछ ही दिन शेष बचे हैं, ऐसे में बगावती नेताओं को मनाना कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती होगी। देखना होगा कि मोहन प्रकाश असंतुष्टों को मनाने में कितना सफल हो पाते हैं।
बहरहाल पर्यवेक्षक के रुप में मोहन प्रकाश ने प्रदेश के सभी नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। टिकटों को लेकर असंतुष्टों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां तक की टिकट की उम्मीद पर बैठे दावेदारों ने तो मीडिया के आगे विरोधी बयान देने भी शुरू कर दिए हैं।
गंगोलीहाट से टिकट के दावेदार नारायण राम आर्य ने तो खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि वह हर वक्त कांग्रेस के साथ वर्षों से खड़े रहे लेकिन ऐसे प्रत्याशी को टिकट दे दिया गया, जो कभी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ चुका है। वहीं असंतुष्ट की फेहरिस्त में हरिद्वार से महेश प्रताप राणा, वरुण बलयान, संजीव चौधरी के नाम भी शामिल है। इसके अलावा भीम लाल आर्य तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने का एलान भी कर चुके हैं। तो पौड़ी से पूर्व जिला अध्यक्ष तामेश्वर आर्य ने तो पार्टी छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। इसी क्रम में रुद्रप्रयाग से लक्ष्मी राणा ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का खुला ऐलान कर दिया है।
इन सब के बाद पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश का कहना है कि इस तरह का विरोध होना स्वभाविक होता है। कहा कि असंतुष्टों को बातचीत करके मना लिया जाएगा, हम लगातार उनसे बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर बात का समाधान किया जाएगा, जिनको टिकट नहीं मिल पाया है, यदि सरकार बनी तो उन्हें संगठन सहित सरकार में अहम जिम्मेदारियों से नवाजा जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी असंतुष्ट लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस वक्त जनता का मूड कांग्रेस सरकार बनाने के पक्ष में है। इसलिए अधिकृत प्रत्याशियों के साथ चलें व कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव को सफल बनाएं।