देहरादून: हरक सिंह रावत को भाजपा से बर्खास्त करने के बाद कई सीटों पर भाजपा में टिकट के दावेदारों ने राहत की सांस ली है। वहीं अब कांग्रेस की चिंताएं बढ़ गई है। इसका सबसे ज्यादा असर केदारनाथ विधानसभा सीट पर देखा जा रहा है।
भाजपा ने हरक सिंह रावत को केदारनाथ सीट पर चुनाव लड़ने को हरी झंड़ी दे दी थी, जिससे यहां भाजपा में दावेदार आशा नौटियाल, शैलारानी रावत, अजेन्द्र अजय, अशोक खत्री, अनूप सेमवाल समेत कई के माथे पर चिंताएं बढ़ गई थी। लेकिन अब हरक के भाजपा से बर्खास्त होने के बाद इन सभी के चेहरे खिल गए हैं। वहीं इस प्रकरण से केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक मनोज रावत चिंता में आ गए हैं। हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के बाद केदारनाथ सीट पर हरक दावेदारी पेश कर सकते हैं। फिर मनोज रावत का टिकट पर संकट के बादल छा सकते हैं। विधायक मनोज रावत ने खुलकर हरक सिंह रावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हरीश रावत के नजदीकी विधायक मनोज किसी भी कीमत पर हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी नहीं चाहते हैं।
दूसरी ओर हरक सिंह रावत के भाजपा से बर्खास्त होने के बाद लैंसडाउन, कोटद्वार, डोईवाला सीट पर भी भाजपा के दावेदार ने राहत की सांस ली है। यहां भी पूर्व मंत्री दावेदारी कर रहे थे। लैंसडाउन से पुत्रवधु के अलावा दो अन्य सीट पर भी वह अपने नजदीकियों के लिए टिकट मांग रहे थे। इन सभी सीटों पर भाजपा के दावेदारों ने राहत की सांस ली है, वहीं कांग्रेसियों की चिंताएं बढ़ा दी हैं |