नई दिल्ली: किसान नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा किसान आंदोलन को दिल्ली बॉर्डर से करनाल में ट्रांसफर करने की शजिश बताया है। टिकैत ने खट्टर पर हमला बोलते हुए कहा कि वह किसान आंदोलन को दिल्ली बॉर्डर से करनाल में ट्रांसफर करना चाहते हैं। जिसे किसान कभी कामयाब नहीं होने देंगे राकेश टिकैत ने कहा कि हमारी लड़ाई दिल्ली की केंद्र सरकार से है। हमें अपनी इनर्जी हरियाण में खत्म नहीं करनी है। हमने दिल्ली को चारों तरफ से घेरा हुआ है और इनमें बड़ी संख्या में हरियाणा से आए हुए किसान हैं।
टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर की चाल को समझ कर दिल्ली सीमा पर डटे रहना चाहिए। उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली बॉर्डर पर कई जगह किसानों ने देश की राजधानी को घेरा हुआ है। मंगलवार को भी किसानों ने हरियाणा के करनाल में किसान महापंचायत आयोजित की थी। इसमें योगेन्द्र यादव, राकेश टिकैत सहित कई किसान नेता मौजूद थे।
टिकैत ने कहा कि किसानों को पुलिस से शिकायत नहीं है लेकिन हमें दुश्मनों की साजिश से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान क्रांतिकारी है और शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को करनाल में मिनी सेक्रेटेरिएट का घेराव करते हुए किसानों ने अधिकारियों और कर्मचारियों को मिनी सिविल सचिवालय में जाने से रोका।
आपको बता दें कि मोदी सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयकों के विरोध में पिछले कई महीनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर विभिन्न जगहों पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान इन तीनों कृषि विधेयकों को पूरी तरह से रद्द करवाना चाहते हैं जबकि केन्द्र सरकार इन विधेयकों को रद्द करने के बजाय इनमें जरूरी संशोधन करने के लिए तैयार है।
किसानों तथा सरकार के प्रतिनिधियों के बीच कई दौर की बातचीत विफल होने के बाद से ही किसान दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं। इसी क्रम में उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली का भी आयोजन किया था जो बाद में हिंसक प्रदर्शन में बदल गई और कई पुलिसवाले घायल हो गए थे।