देहरादून: सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर उत्तराखंड बोर्ड ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त कर दिया था। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इन दोनों ही कक्षाओं के छात्रों को आगे किस तरह प्रमोट किया जाएगा।
इसको लेकर शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में आज राज्य शिक्षा निदेशालय में गठित रिजल्ट समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इसमें दोनों कक्षाओं के परीक्षाफल को लेकर चर्चा की गई।
शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे ने बताया कि रिजल्ट समिति की पहली बैठक उनकी ओर से ली गई है। इसमें समिति से जुड़े सदस्यों के साथ ही सीबीएसई बोर्ड के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
इस दौरान बैठक में मौजूद सभी सदस्यों से कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षाफल को लेकर सुझाव लिए गए।
वहीं, समिति की अगली बैठक अगले 3 से 4 दिन में दोबारा की जाएगी, जिसमें परीक्षाफल की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। अगले 10 से 15 दिनों में परीक्षाफल की रूपरेखा तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी।
बता दें कि कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षाफल की रूपरेखा सीबीएसई के साथ ही देश के अन्य राज्यों के परीक्षाफल की रूपरेखा से मिलती-जुलती ही होगी।
इसके संकेत शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे ने दिए हैं। उन्होंने साफ किया है कि परीक्षाफल की रूपरेखा तैयार होने के एक से डेढ़ महीने के अंतराल में छात्रों का परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिया जाएगा।
सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड बोर्ड
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर राज्य सरकार ने भी उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा निरस्त करने के आदेश दिए थे।
सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था। बैठक में निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाएं सीबीएससी बोर्ड की तर्ज पर निरस्त कर दी जाएं।