रामनगर: गर्मियों के दिनों में पानी की तलाश में हाथी और अन्य जंगली जानवर आबादी वाले क्षेत्रों का रुख करने लगते हैं। जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना बढ़ने का डर बना रहता है। जिसको लेकर कॉर्बेट प्रशासन लगातार सूख रहे वाटर होलों को भरने का काम कर रहा है।
उत्तराखण्ड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों के साथ-साथ एक हजार से ज्यादा हाथी पाए जाते हैं। वहीं लगातार बढ़ती गर्मी के चलते वन्य जीव आबादी की ओर आने लगते हैं। जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं घटित होने का डर बना रहता है।
वहीं लगातार बढ़ रही गर्मी के चलते कॉर्बेट प्रशासन भी अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है। कॉर्बेट प्रशासन द्वारा कॉर्बेट पार्क के जंगलों के अंदर कच्चे और पक्के बने वाटर होलों को लगातार भरने का कार्य कर रहा है। जिससे हाथी और अन्य वन्य जीव आबादी की तरफ पानी की तलाश में न आए।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे ऊंचाई क्षेत्रों में पानी की कमी भी बढ़ती जा रही है। ऐसे सीजन में हाथी का जो मूवमेंट होता है वह आबादी क्षेत्रों में आ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि लगातार कोशिश होती है कि किसी भी प्रकार की मानव वन्यजीव की घटनाएं न हो। साथ ही उन्होंने कहा कि जो कॉर्बेट पार्क के अंदर वन्यजीवों के लिए वाटर होल बनाए गए हैं, उनमें पानी भरा जा रहा है।