देहरादून: बागेश्वर धाम सरकार के नाम से प्रसिद्धि पा रहे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आजकल हर जगह छाए हुए है I सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनल्स तक उनके प्रचार-प्रसार में लगे हुए है I ऐसे में भाजपा के नेता कैलाश विजयवर्गी भी उनके समर्थन में उतरे है I
मामले में भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग सवाल कर रहे है उनकी सनातन धर्म के प्रति अनास्था है इसलिए ऐसे प्रशन उठा रहे हैं।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सांसद खेल महोत्सव के लिए बुरहानपुर पहु्ंचे थे। उन्होंने इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कई मामलों पर बात की। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवाद में उनका कहना है कि मैंने उनका इंटरव्यू देखा है। उन्होंने कहा है कि मैं चमत्कार नहीं करता हूं। मुझे मेरे ईष्ट पर विश्वास है और मैं उन ईष्ट का नाम लेता हूं और लोगों की समस्या का हल होता है।
विजयवर्गीय ने कहा कि ऐसा सिर्फ धीरेंद्र शास्त्री महाराज तो कर नहीं रहे। जावरा (रतलाम) की हुसैन टेकरी पर भी लोग जाते हैं। वहां लोग नाचते कूदते हैं और ठीक होकर आते हैं। इसको लेकर कभी किसी ने सवाल किया नहीं। धीरेंद्र जी के बारे जो लोग सवाल कर रहे हैं उनकी सनातन धर्म के प्रति अनास्था है इसलिए ऐसे प्रश्न उठा रहे हैं।
पं. धीरेंद्र शास्त्री पर उपजा विवाद
पं. धीरेंद्र शास्त्री आजकल चर्चा में हैं। ये चर्चा नागपुर से शुरू हुई, जब पं. धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने कहा कि जब बागेश्चर धाम सरकार को चमत्कार साबित करने के लिए चुनौती दी गई है तो कथा बीच में ही छोड़कर वह चले गए।
इसके बाद पं. धीरेंद्र शास्त्री का भी बयान आया। उन्होंने चुनौती देने वालों को रायपुर बुलाया, जहां अभी उनकी रामकथा चल रही है। शुक्रवार को पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कई मीडियाकर्मियों के सामने चमत्कार करने का दावा किया। यहीं नहीं बल्कि एक नेशनल न्यूज चैनल के रिपोर्टर के चाचा का नाम लेकर मंच से बुलाया। अब ये वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। पं. धीरेंद्र शास्त्री के समर्थक इसे चमत्कार मानते हैं।
बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र शास्त्री की कथा के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने और उसका समाधान करने का दावा किया जाता है। कहा जाता है कि भूत, प्रेत से लेकर बीमारी तक का इलाज बाबा की कथा में होता है। बाबा के समर्थक दावा करते हैं कि बागेश्वर धाम सरकार इंसान को देखते ही उसकी हर तरह की परेशानी जान लेते हैं और उसका समाधान करते हैं। वहीं, बागेश्वर धाम सरकार का कहना है कि वह लोगों की अर्जियां भगवान (बालाजी हनुमान) तक पहुंचाने का जरिया मात्र हैं। जिन्हें भगवान सुनकर समाधान देते हैं। इन्हीं दावों को नगापुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने चुनौती दी। यहीं से विवाद की शुरुआत हुई।