हल्द्वानी: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ भाजपा व कांग्रेस के नेताओं सहित प्रदेश की दिग्गज नेता डाॅ इंदिरा हृदयेश को आज हजारों नम आंखों ने अंतिम विदाई दी। चित्राशिला घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
रानीबाग स्थित चित्राशिला घाट में दिवंगत नेत्री को उनके तीनों पुत्रों ने मुखआग्नि दी। इससे पूर्व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड विधनसभा में नेता प्रतिपक्ष डाॅ. इंदिरा हृदयेश का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान पर रखा गया।
जहाँ मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सहित भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने उनको श्रद्धांजली दी।
नैनीताल रोड पर उनकी शवयात्रा निकली गई, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने शिरकत कर उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजली अर्पित की।
शव यात्रा रानीबाग के चित्राशिला घाट में पहुंची जहाँ उनके पुत्र बाॅबी हृदयेश, सौरभ हृदयेश और सुमित हृदयेश ने चिता को मुखआग्नि दी।
आज सुबह से ही नैनीताल रोड स्थित उनके निवास पर उनके अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस नेताओं, उनके समर्थकों और स्थानीय नेताओं का तांता लगा रहा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्राी बंशीधर भगत, यशपाल आर्य ,अरविंद पांडेय राज्य मंत्री रेखा आर्य, विधयक नवीन दुम्का सहित कई भाजपा नेता उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, पूर्व सांसद बलराज पासी, भाजपा संगठन मंत्राी सुरेश भट्ट, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, राहुल छिमवाल, बड़ी संख्या में पार्षद, समेत राजनैतिक व गैर राजनैतिक संगठनों से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।
सुबह उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस कार्यालय स्वराज आश्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व विधनसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल श्रद्धांजली देने पहुंचे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, पूर्व सांसद बलराज पासी, भाजपा संगठन मंत्राी सुरेश भट्ट, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, राहुल छिमवाल, काशीपुर से महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल, अरूण चैहान, त्रिलोक अधिकारी, आशीष अरोड़ा बाॅबी, इंदुमान, मुत्तफा सिंह, सोनू मेहरा, महेंद्र बेदी, समेत बड़ी संख्या में राजनैतिक व गैर राजनैतिक संगठनों से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।