देहरादून। तथ्यों से छेडछाड करने व लाख रूपये के गबन के मामले में सहायक विकास अधिकारी पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला पंचायत अधिकारी विघा सिंह सोमनाल ने डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि राजेन्द्र गुसांई, सहायक विकास अधिकारी (पं०) द्वारा नियमों के विरुद्ध उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाये बिना क्षेत्र पंचायत डोईवाला के अन्तर्गत जिला पंचायत प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र 29-साहब नगर का नाम परिवर्तित कर 29- खैरीखुर्द किये जाने, 03 जिला पंचायत के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों 28-खदरी खडक माफ-प्रथम, 29-खैरीखुर्द तथा 30-हरिपुर कलां तृतीय का परिसीमन कुछ विशेष लोगों के कहने पर उनकी इच्छानुसार किये जाने हेतु राजेन्द्र सिंह गुसांई, द्वारा अपने हस्ताक्षर युक्त प्रारूप 4 को पुनर्गठन/परिसीमन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिसके आधार पर अन्तिम प्रकाशन किया गया, किन्तु आपत्तिकर्ताओं की आपत्ति सही पाये जाने पर समिति द्वारा प्रारूप-4 में तद्नुसार संशोधन कर अन्तिम प्रकाशन किया गया। जिसकी पुष्टि जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय के पत्र के द्वारा भी की गई है। इस प्रकार गुसांई के द्वारा तथ्यों से छेड़छाड़ कर तथ्यों को छुपाने, मिथ्या सूचना देने, लोक सेवक होने के बावजूद अशुद्ध दस्तावेज की रचना करना तथा सरकारी कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा डालने एवं जानबूझ कर उच्च अधिकारियों को गुमराह करने की पुष्टि होती है। जिला अध्यक्ष, प्रधान सगठन, देहरादून एवं विकास खण्ड डोईवाला के ग्राम प्रधानों द्वारा गुसाई के विरूद्ध की गयी शिकायत की जांच मुख्य विकास अधिकारी देहरादून के कार्यालय के क्रम में जिला विकास अधिकारी द्वारा की गयी। अपनी जांच में जिला विकास अधिकारी, देहरादून द्वारा गुसाई, द्वारा बिना प्रधानों की सहमति से प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिये साइन बोर्ड को बाजार से बिना अधिप्राप्ति नियमों का पालन किये ग्राम पंचायतों को पूर्ति की जाने, जिसकी लागत 27 लाख रूपये है। राजेन्द्र सिंह गुसांई द्वारा बोर्ड के भुगतान हेतु ग्राम प्रधानों पर दबाव बनाया गया है। इस प्रकार गुसांई द्वारा वित्तीय अनियमितता करने एवं शासकीय धन का नियम विरुद्ध उपयोग करवाने की पुष्टि होती है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।