देहरादून: बदरीनाथ हाईवे बिरही के समीप कोड़िया में बुधवार देर रात से बंद हाईवे गुरुवार को सुबह साढ़े 10 बजे सुचारू हो गया है। रात 2 बजे यहां पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर हाईवे पर आया और हाईवे बंद हो गया। हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्टीय राजमार्ग लोहाघाट-पिथौरागढ़ के बीच भारतोली में बंद है। दूसरे दिन भी पिथौरागढ़-घाट राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं खुला है। यहां सैकड़ों वाहन फंसे हैं। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मलारी हाईवे के टूटे हिस्से को बनाने का काम तीसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाया। प्रशासन लगातार ग्रामीणों से वार्ता कर रहा है, लेकिन अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। ग्रामीणों का कहना है कि ऋषिगंगा की आपदा से पहले ही उनका गांव खतरे की जद में आ गया था। अब गांव के नीचे से हाईवे के लिए जमीन कटेगी तो मकान धंस सकते हैं। इसलिए पहले गांव को विस्थापित किया जाए। सोमवार सुबह हुई तेज बारिश में रैणी गांव के नीचे हाईवे का करीब 40 मीटर हिस्सा पूरी तरह से टूट गया था। अब यहां पर जमीन काटकर सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए रैणी गांव की जमीन काटनी पड़ रही है। साथ ही पंचायत भवन भी इसकी जद में आ रहा है। ग्रामीणों से जमीन देने को लेकर प्रशासन तीन दिन से लगातार बैठक कर रहा है। लेकिन अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इस संबंध में तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ठ का कहना है कि बातचीत का दौर जारी है। ग्रामीणों की सहमति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।